सरकार के नए पते का शिलान्यास:-
स्वतंत्रता के 70 साल बाद एक ऐतिहासिक अवसर जिसमें आत्मनिर्भर भारत विजन के हिस्से के तहत संसद भवन की नई इमारत की आधारशिला 10 दिसंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखा |
देश की दशा व दिशा तय करने वाली नई संसद भवन की मांग कई सालों से चली आ रही है पर मोदी सरकार ने इस पर फैसला लेते हुए 2022 तक, आजादी के 75 वर्षगांठ पर संसद भवन में प्रवेश की संभावना जताई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश तक निर्माण कार्य पर रोक रहेगी।
1) नई संसद भवन का शिलान्यास भूमि पूजन के साथ, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 दिसंबर को दोपहर 1:00 बजे किया ।
2) दोपहर 2:15 पर देश के प्रधानमंत्री ने देश की जनता को संबोधित किया |
3) 4 मंजिला और देश की विविधता को प्रदर्शित करते हुए नया संसद भवन |
4) लोकसभा में 876 सदस्यों की बैठने की व्यवस्था होगी। जिसमें संयुक्त बैठक के दौरान 1224 सदस्य एक साथ बैठ सकेंगे।
5)सभी मंत्रालय व विभागों को एक ही छत के नीचे लाने का प्लान।
6)नए संसद भवन की खास बात यह है कि वह भारतीय शिल्पकारों से बना होगा। जिसमें विविधता में एकता का प्रदर्शन होगा।
7) नया संसद भवन 971 करोड़ लागत व 64,500 वर्ग मीटर फैला होगा। जो मौजूदा संसद भवन से 17 हज़ार वर्ग मीटर से अधिक होगा।
8) दोनों सदनों के साथ नए संसद भवन की शुरुआत आजादी के 75 वर्ष गाठ पर 2022 में होगी
9) देश को 2022 तक नया संसद भवन व केंद्रीय सचिवालय मिलेगा।
10) हालाकी ,7 दिसंबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कई याचिकाओं को देखते हुए सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने पर रोक लगा दी है।क्योंकि सेंट्रल की प्रेस रिलीज में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की बात की है जिस से सुप्रीम कोर्ट नाखुश थी। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में शिलान्यास को मंजूरी दी थी पर आगे के कंस्ट्रक्शन काम को रोकने की बात भी की है
11) संसद भवन त्रिकोणीय आकार की नई इमारत अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीक से सुसज्जित, भूकंप से सुरक्षित, ऊर्जा बचाने वाली आदि कई सुविधाएं होगी |भारतीय संस्कृति व कला, विविधता से मिश्रित से बनी नई संसद भवन अद्भुत होगी। वर्तमान लोकसभा से लगभग 3 गुना बड़ी ,नई लोकसभा होगी व राज्यसभा भी खासी बड़ी होगी।
सेंट्रल विस्टा क्या है?
सेंट्रल विस्टा यानी कि इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक का 3 किलोमीटर का रास्ता। यह एक रीडिवेलपमेंट पॉवर कॉरिडोर है। सेंट्रल दिल्ली में बनी सभी बड़ी बड़ी इमारतें जैसे- संसद भवन , इंडिया गेट और उसके आसपास नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक, राष्ट्रपति भवन , और जितने भी मंत्रालय कामकाज करते हैं उन्हें री -डेवलपमेंट करने की बात की है।
लुटियंस दिल्ली सेंट्रल दिल्ली का हिस्सा है जो ब्रिटिश द्वारा बनाया गया था और सभी बड़ी-बड़ी इमारत इंडिया गेट राष्ट्रपति भवन संसद भवन ब्रिटिश द्वारा डिजाइन किया गया था । चुकीं यह लुटियंस और हरबर्ट बेकर ने डिजाइन किया गया था। इसलिए इसे लुटियंस वैली या लुटियंस जोन के नाम से भी कहा जाता है।
कतंत्र के मंदिर -संसद भवन का शिलान्यास
1) नया संसद भवन का शिलान्यास वास्तुशिल्प के अनुसार किया गया।
2) समारोह में लोकसभा स्पीकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , गृह मंत्री अमित शाह व केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे
3) सर्वप्रथम दोपहर 12:55 पर गणेश पूजन के साथ समारोह की शुरुआत और दोपहर 1: 13 पर क्षेत्रफल की पूजा, अंत में 1:15 पर आधारशीला की पूजा कर , पूजा संपूर्ण की।
4)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री व लोक और परिवार कल्याण मंत्रालय के मंत्री ने पूजा की |
5) दोपहर 1 :18 पर पट्टिका का अनावरण किया।
6) हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत कोई कंस्ट्रक्शन ,तोड़फोड़ ,पेड़ कटाई तब तक नहीं होगी,जब तक पेंडिंग अर्जियों पर आखिरी फैसला ना सुना दिया जाए।
7) अन्त में, सर्व धर्म पूजा संपूर्ण हुई ।